भारतीय रेल के लिए आज का दिन ऐतिहासिक होगा, जब दो ट्रेन की टक्कर करवाई जाएगी पर भरोसा होगा स्वदेशी ‘कवच’ का। जैसे हर सुरक्षा के लिए कवच लगाया जाता है वैसे ही ट्रेन को एक्सीडेंट से बचाने के लिए भी कवच लग चुका है भरोसा इस बात का कि चाहे कितनी ही विपरीत परिस्थिति क्यों न हो ‘कवच’ ट्रेन की टक्कर नहीं होने देगा। इस भरोसे को परखने के लिए एक ट्रेन में खुद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव सवार होंगे, तो दूसरी में रेलवे के तमाम वरिष्ठ अधिकारी।
रेल मंत्रालय ने वर्षों के शोध के बाद यह तकनीक विकसित की है। हैदराबाद के सिकंदराबाद में शुक्रवार को इसका परीक्षण किया जाएगा। अफसरों के मुताबिक यह तकनीक इतनी सटीक है कि अगर दो ट्रेन पूरी रफ्तार में आमने-सामने आ जाएं तो भी टक्कर नहीं होगी। लाल सिग्नल पार होते ही ट्रेन में अपने आप ब्रेक लग जाएगा। साथ ही, पांच किलोमीटर के दायरे में सभी ट्रेन बंद हो जाएंगी। पीछे से आने वाली ट्रेन को भी कवच बचा लेगा।